दिनांक 29.03.2022 को बी0आई0एम0टी0 महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस) के चौथे, एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया।
चयनित ग्राम ‘‘दौरी नरोत्तमपुर’’ बदायूॅं में स्वयंसेवियों द्वारा भ्रमण किया गया और ग्रामवासियों को चयनित विषय ‘‘जल संरक्षण’’ के अर्थ और महत्व को बताया गया।
बौद्धिक सत्र में छात्र/छात्राओं द्वारा विषय की परिचर्चा में भाग लेते हुए, 22 मार्च 2022 को ‘‘विश्व जल दिवस’’ पर भी प्रकाश डाला गया।
मुख्य वक्ता प्रो0 नवनीत यादव बी0सी0ए0 विभाग ने, अपने सम्बोधन में कहा कि भूगर्भ जल का अंधा धुंध दोहन, आज चिन्ता का विषय है। इससे भूगर्भ जलस्तर लगातार घटता जा रहा है चयनित ग्राम दौरी नरोत्तमपुर (जगत ब्लॉक) में भी भूगर्भ जल का स्तर लगातार गिर रहा है। इस ब्लॉक में, पानी नौ से 11 मीटर पर मिल रहा है।
शिविर में, प्राचार्य डॉ0 पी0 दास ने कहा कि जल संरक्षण के अन्तर्गत जल की बचत/कम खर्च और जल संचय (वर्षा के पानी को तालाबों व पोखरों में जमा करना) सम्मिलित है।
आदतों में बदलाव- जैसे बु्रश करते वक्त पानी का नल खुला न छोड़ना, अथवा धीमी गति से फ्लैश आदि से भी पानी की बचत हो सकती है। प्रयोग किये गये पानी का कृषि व सिंचाई आदि में पुनः प्रयोग करना (रि साइक्लिंग) भी जल बचत का सरल व सुन्दर उपाय है।
कार्यक्रम का संचालन, कार्यक्रम अधिकारी, अंशुल कुमार ने किया। इस अवसर पर मैनेजर सुरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, प्रो0 आभा सिंह, अजय कुमार, श्रेयसी मिश्रा, प्रशान्त मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
प्राचार्य, बी.आई.एम.टी. बदायूॅं